उत्तम स्वास्थ्य और पर्यावरण लाभों को देखते हुए शाकाहार (Vegetarian diet) बेहद लोकप्रिय माना जाता है।
हालाँकि, शाकाहार में अक्सर आयोडीन (Iodine) जैसे कई विशेष पोषक तत्व कम होते हैं।
इस कारण थायरॉयड स्वास्थ्य (Thyroid health) पर उनकी संभावित कमी चिंताजनक हो सकती है।
इसी विषय पर हुई एक नई स्टडी ने पेड़-पौधों आधारित आहार और हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) के खतरे की जाँच की है।
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यूके, जर्मनी और ऑस्ट्रिया के हेल्थ एक्सपर्ट्स की एक टीम की स्टडी में यूके बायोबैंक के डेटा का विश्लेषण किया गया था।
विश्लेषण में शाकाहारी और अंडे, मांस, मछली खाने वालों में हाइपोथायरायडिज्म मामलों का अनुमान लगाया गया था।
टीम ने विभिन्न आहार खाने वाले 40 से 69 वर्ष की आयु के पांच लाख पुरुषों और महिलाओं का हेल्थ डाटा जांचा।
लगभग 13 वर्षों तक चली जांच के दौरान, 10,831 इंसानों में हाइपोथायरायडिज्म की समस्या विकसित हुई।
ज्यादा मांस खाने वालों की तुलना में शाकाहारियों में हाइपोथायरायडिज्म अधिक होने की संभावना थी।
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बीएमआई नियंत्रित करने के बाद, शाकाहारियों में हाइपोथायरायडिज्म का खतरा सांख्यिकीय रूप से महत्वपूर्ण था।
शाकाहारियों के अलावा, कम मांस, चिकन और मछली खाने वालों में भी हाइपोथायरायडिज्म की व्यापकता थी।
टीम ने शाकाहारियों में हाइपोथायरायडिज्म के थोड़े से अधिक जोखिम की आयोडीन और थायराइड हार्मोन स्तर देखकर जांच करने की आवश्यकता कही है।
इस बारे में अधिक जानकारी BMC Medicine में छपी रिपोर्ट से मिल सकती है।
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