Weight training exercise से न केवल मांसपेशियों की ताकत बढ़ती है, बल्कि शरीर की चर्बी भी कम होती है।
अब ब्राजील की एक स्टडी ने weight training exercise से बुजुर्गों में डिमेंशिया (Dementia) की रोकथाम भी बताई है।
गौरतलब है कि उम्र से संबंधित डिमेंशिया में दिमाग की महत्वपूर्ण क्षमताएं धीरे-धीरे कमजोर होने लगती है।
नई स्टडी में 44 बुजुर्गों को शामिल किया गया था। उनमें डिमेंशिया विकसित होना का अधिक खतरा था।
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नतीजों में weight training करने वाले बुजुर्गों की याददाश्त सुधरने के अलावा दिमागी परिवर्तन भी जाने गए।
छ महीनों तक हफ्ते में दो दिन weight training करने वालों के हिप्पोकैम्पस और प्रीक्यूनस (Precuneus) पर सुरक्षात्मक असर था।
अल्जाइमर रोग से जुड़े इन दिमागी हिस्सों के सिकुड़ने में कमी सहित न्यूरॉन्स स्वास्थ्य में सुधार भी जाना गया।
वैज्ञानिकों ने स्टडी शुरुआत और अंत में किए एमआरआई स्कैन से weight training के सकारात्मक प्रभावों की पुष्टि की।
उन्होंने बताया कि weight training डिमेंशिया के खिलाफ एक मजबूत ढाल है।
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इससे उपरोक्त रोग पहले से ही विकसित होने के उच्च जोखिम वालों को भी लाभ होता है।
स्टडी में, weight training करने वालों की याद रखने और पहचानने की क्षमता बेहतर बताई गई।
उनके दिमागी न्यूरॉन्स की सेहत में सुधार हुआ और अल्जाइमर रोग से संबंधित क्षेत्र सिकुड़ने से बचे रहे।
वैज्ञानिकों ने बताया की weight training न्यूरॉन्स के विकास और रखरखाव के लिए महत्वपूर्ण एक प्रोटीन के उत्पादन को तेज करती है।
इसके अलावा, डिमेंशिया करने वाली सूजन रोकने के लिए एंटी-इंफ्लेमेटरी टी-कोशिकाओं की वृद्धि को भी बढ़ावा देती है।
उनके मुताबिक, लोगों को गंभीर बीमारियों से बचाने में एक्सरसाइज एक कम जटिल और सस्ता उपचार हो सकती है।
ज्यादा जानकारी के लिए जर्नल GeroScience में प्रकाशित स्टडी पढ़ी जा सकती है।