यदि आप स्वस्थ बुढ़ापा चाहते है तो ब्लैक टी और खट्टे फलों का अधिक सेवन कीजिए।
यह सलाह दी है उत्तरी आयरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क और अमेरिका के रिसर्चर्स की साझा स्टडी ने।
स्टडी ने फ्लेवोनॉयड (Flavonoid) से भरपूर खाद्य पदार्थों के सेवन से बुढ़ापे की कई समस्याओं में कमी संभव कही है।
इनमें शारीरिक कमज़ोरी, काम करने में दिक्कत और खराब मानसिक स्वास्थ्य शामिल हैं।
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अमेरिकन जर्नल ऑफ़ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में छपी स्टडी ने पौधों के फ्लेवोनॉयड्स को औषधीय गुणों से भरपूर बताया है।
कई रिसर्च में फ्लेवोनॉयड्स का अधिक सेवन करने वालों को लंबे समय तक जीवित पाया गया है।
उन्हें डिमेंशिया, डायबिटीज या हृदय रोग जैसी कोई बड़ी बीमारी होने की संभावना भी कम थी।
अब नई स्टडी ने अधिक फ्लेवोनॉयड्स के सेवन से बढ़ती उम्र भी बेहतर बताई है।
यह रोचक जानकारी 24 वर्षों में 62,743 महिलाओं और 23,687 पुरुषों के हेल्थ डेटा विश्लेषण से मिली है।
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टीम ने सर्वाधिक फ्लेवोनॉयड्स सेवन करने वाली महिलाओं में शारीरिक दुर्बलता का खतरा 15% कम पाया।
ऐसी महिलाओं को रोजाना के शारीरिक कामों में बाधा आने की संभावना 12% कम थी।
सबसे कम फ्लेवोनॉयड्स खाने वाली महिलाओं के मुकाबले उन्हें खराब मानसिक स्वास्थ्य का खतरा 12% कम था।
फ्लेवोनॉयड्स सेवन से पुरुषों को कम लाभ मिले, लेकिन अधिक फ्लेवोनॉयड्स मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी थे।
फ्लेवोनॉयड्स ऑक्सीडेटिव तनाव और रोगजनक सूजन कम करने सहित मांसपेशियों को स्वस्थ रखने में सहायक है।
नतीजन, शारीरिक कमज़ोरी और बढ़ती उम्र से जुड़ी तकलीफों को घटाने में भरपूर सहारा मिलता है।
रोजाना रंग-बिरंगी बेरी, सेब, संतरे, चाय और रेड वाइन के फ्लेवोनॉयड्स का सेवन बुढ़ापे की तकलीफों में कमी कर स्वस्थ रहने में मदद कर सकते हैं।
प्रतिदिन तीन सर्विंग तक फ्लेवोनोइड युक्त भोजन खाने वाली महिलाओं में बुढ़ापे की कमजोरी, कामों और खराब मानसिक स्वास्थ्य में 6% से 11%, जबकि पुरुषों में खराब मानसिक स्वास्थ्य का 15% कम जोखिम था।
हालांकि, फ्लेवोनॉयड्स से महिलाओं को मिले अधिक स्वास्थ्य लाभों का कारण पता नहीं लगा।
कुल मिलाकर, बेहतर स्वास्थ्य और स्वस्थ बुढ़ापे के लिए खान-पान पर ध्यान देना अति महत्वपूर्ण समझिए।
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